प्रभारी निरीक्षक रणधीर मिश्रा की देखरेख में कैंट थाने के सिपाही संजीत यादव ने चोरी की घटना का खुलासा करने में अहम रोल निभाया। मुकदमा दर्ज होने के बाद संजीत ने गांधी गली से लगाए रेलवे स्टेशन तक 22 सीसीटीवी कैमरे से अलग-अलग फुटेज निकलवाई, जिससे ये पता चला कि चोरी के बाद हरिशंकर कहां-कहां गया।

पुलिस से बचने के लिए पेशेवर चोर ने फिल्मी अंदाज में चोरी की, लेकिन सीसीटीवी कैमरों की मदद से दबोच लिया गया। दरअसल, चोर ने साइकिल से जाकर नर्सिंग होम से 4.65 लाख रुपये की चोरी की थी। इस दौरान चेहरा छिपाने के लिए मंकी कैप लगाया और गर्मी में जैकेट भी पहन लिया। फिर बाहर आने के बाद कुछ दूरी पर ही जाकर टकला हो गया
मगर, पुलिस ने घटनास्थल से लेकर रेलवे स्टेशन तक एक-एक कड़ी 22 सीसीटीवी कैमरों की मदद से जोड़ी और आरोपी को पकड़कर पूरी नकदी बरामद कर ली। सराहनीय काम करने वाले सिपाही संजीत यादव को एसएसपी ने 10 हजार रुपये का इनाम भी दिया।
इस दौरान उसने रेकी कर लिया कि कैश कहां पर रहता है और किस रास्ते से चोरी की जा सकती है। मां को डिस्चार्ज कराने के दौरान खुद को गरीब बताकर उसने छूट भी करा ली थी। इसके बाद 30 मार्च की देर रात उसने नर्सिंग होम से चार लाख 65 हजार 437 रुपये चोरी कर लिया।