
एसीपी डा. सुकन्या शर्मा पुलिस कंट्रोल रूम का रिस्पोंस टाइम चेक करने के लिए शुक्रवार रात पर्यटक बनकर शहर में निकलीं। आटो में बैठकर वे आगरा कैंट रेलवे स्टेशन पहुंचीं। यहां से उन्होंने यूपी 112 पर कॉल कर घर तक पहुंचाने के लिए गाड़ी उपलब्ध कराने को कहा। तीन मिनट तक महिला पुलिसकर्मी ने जानकारी ली। उन्हें सुरक्षित स्थान पर खड़े रहने के लिए कहा। इसके बाद पिंक पीआरवी की काल एसीपी पर आ गई।
रात साढ़े 11 बजे घर से निकलीं एसीपी
रिस्पांस टाइम में पीआरवी पूरी तरह से ठीक साबित हुई। एसीपी ने बताया कि वह शुक्रवार रात 11:30 बजे घर से निकलीं। आटो से आगरा कैंट पहुंचीं। उन्होंने काली पेंट और सफेद शर्ट पहन रखी थी। वह आगरा कैंट की तरफ जाने वाले रास्ते पर खड़ी हो गईं। उन्होंने 112 पर काल किया।
टूरिस्ट बनकर बात की। उस समय पिंक पीआरवी भगवान टाकीज पर थी। कंट्रोल रूम ने पीआरवी पर तैनात महिला पुलिसकर्मियों को निर्देशित किया। इस पर एसीपी के पास काल आया कि मदद करने के लिए पहुंच गए। मगर, एसीपी ने अपना परिचय दे दिया। उन्होंने रिस्पांस टाइम को ठीक बताया।
वूमेन सेफ्टी ऑटो की जानी हकीकत
उन्होंने वूमेन सेफ्टी आटो को चेक किया। वह सदर बाजार में खड़ी हो गईं। तभी एक आटो आया। चालक ने कहां जाने के बारे में पूछा। उन्होंने कहा कि वह पुलिस लाइन तक जाएंगीं। अकेली आई हुई हैं। वह छात्रा हैं। इस पर चालक ने किराया बताया। वह आटो में बैठ गईं। वह आराम से उन्हें पुलिस लाइन तक ले गया। उन्होंने चालक से रास्ते में पूछा कि पुलिस ने संपर्क किया या नहीं। वर्दी और नेम प्लेट क्यों नहीं लगाते। चालक ने पुलिस सत्यापन के बारे में बताया। एसीपी रात 12:30 बजे तक शहर की सड़कों पर रहीं।